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वीडियो पूरी देखे..सामाजिक सरोकार और सामुदायिक पुलिसिंग अभियान के तहत पुलिस प्रशिक्षण संस्था की टीम पहुंची शासकीय माध्यमिक विद्यालय पवासा*

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*जगदीश परमार की खास खबर मध्य प्रदेश उज्जैन से*

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*सामाजिक सरोकार और सामुदायिक पुलिसिंग अभियान के तहत पुलिस प्रशिक्षण संस्था की टीम पहुंची शासकीय माध्यमिक विद्यालय पवासा*

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पुलिस प्रशिक्षण संस्था से RI शशि वर्मा और निरीक्षक आराधना रायकवार सब इंस्पेक्टर नेहा चौहान संगिनी ग्रुप से ममता सांगते समाज सेवक भरत बैंडवाल पहुंचे, 

RI शशि वर्मा और निरीक्षक आराधना रायकवार द्वारा शासकीय माध्यमिक विद्यालय की बालिकाओं को जानकारी देते हुए बताया,

सामाजिक सरोकार और सामुदायिक पुलिसिंग दोनों एक दूसरे परस्पर संबंध रखते हैं

सामाजिक सरोकार समाज के प्रति जिम्मेदारी और चिंता,

 यह समाज में व्याप्त समस्याओं के प्रति सजगता और उनके समाधान के लिए प्रयास करने की प्रवृत्ति है।

सामुदायिक पुलिसिंग एक पुलिसिंग की पद्धति है,

 जिसमें पुलिस और समुदाय मिलकर अपराध को रोकने और समाज में शांति बनाए रखने के लिए काम करते हैं,

इसमें पुलिस समुदाय के साथ मिलकर समस्याओं का समाधान करती है और अपराध को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाती है।

 अपराध को रोकना

समाज में शांति बनाए रखना

समुदाय की सुरक्षा

 अपराधियों को सजा दिलाना

समाज में जागरूकता बढ़ाना

 अपराध दर में कमी

 समाज में विश्वास बढ़ता है,

 पुलिस और समुदाय के बीच संबंध मजबूत होते हैं

समाज में शांति और सुरक्षा बढ़ती है

 अपराधियों को सजा मिलती है

पुलिस प्रशिक्षण संस्था से सब इंस्पेक्टर नेहा चौहान ने बालिकाओं को जानकारी देते हुए बताया, 

सायबर क्राइम इंटरनेट और कंप्यूटर सिस्टम का दुरुपयोग करके किए जाने वाले अपराध हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के अपराध शामिल हैं, जैसे कि:

 हैकिंग किसी कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में अनधिकृत पहुंच प्राप्त करना।

फिशिंग ईमेल या मैसेज के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी चोरी करना।

आईडेंटिटी थेफ्ट किसी व्यक्ति की पहचान चोरी करना और उसका दुरुपयोग करना।

ऑनलाइन धोखाधड़ी ऑनलाइन लेनदेन में धोखाधड़ी करना।

साइबर स्टॉकिंग ऑनलाइन किसी व्यक्ति को परेशान करना।

मलवेयर हानिकारक सॉफ्टवेयर का प्रसार करना।

रैंसमवेयर कंप्यूटर डेटा को एनक्रिप्ट करना और फिरौती मांगना।

डेटा चोरी किसी कंपनी या व्यक्ति के डेटा की चोरी।

ऑनलाइन अभद्रता ऑनलाइन किसी व्यक्ति को अभद्र भाषा या व्यवहार का सामना करना।

साइबर टेररिज्म साइबर हमलों का उपयोग करके आतंक फैलाना।

सायबर क्राइम से बचने के लिए

 

मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।

अपने सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अद्यतन रखें।

संदिग्ध ईमेल और लिंक्स पर क्लिक न करें।

अपने डेटा का बैकअप लें।

ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतें।

अपने सिस्टम में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर स्थापित करें।

ऑनलाइन गतिविधियों में सावधानी बरतें।

यदि आप सायबर क्राइम का शिकार हुए हैं, तो:

तुरंत पुलिस को सूचित करें।

अपने बैंक खाते को सुरक्षित करें।

अपने सिस्टम को स्कैन करें।

 अपने डेटा को सुरक्षित करें।

 साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें,

संगिनी ग्रुप से पहुंची ममता सांगते द्वारा बालिकाओं को अपने आप को कैसे बचाना उसको लेकर प्रैक्टिस करवाई,*जगदीश परमार की खास खबर मध्य प्रदेश उज्जैन से*

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*सामाजिक सरोकार और सामुदायिक पुलिसिंग अभियान के तहत पुलिस प्रशिक्षण संस्था की टीम पहुंची शासकीय माध्यमिक विद्यालय पवासा*

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पुलिस प्रशिक्षण संस्था से RI शशि वर्मा और निरीक्षक आराधना रायकवार सब इंस्पेक्टर नेहा चौहान संगिनी ग्रुप से ममता सांगते समाज सेवक भरत बैंडवाल पहुंचे, 

RI शशि वर्मा और निरीक्षक आराधना रायकवार द्वारा शासकीय माध्यमिक विद्यालय की बालिकाओं को जानकारी देते हुए बताया,

सामाजिक सरोकार और सामुदायिक पुलिसिंग दोनों एक दूसरे परस्पर संबंध रखते हैं

सामाजिक सरोकार समाज के प्रति जिम्मेदारी और चिंता,

 यह समाज में व्याप्त समस्याओं के प्रति सजगता और उनके समाधान के लिए प्रयास करने की प्रवृत्ति है।

सामुदायिक पुलिसिंग एक पुलिसिंग की पद्धति है,

 जिसमें पुलिस और समुदाय मिलकर अपराध को रोकने और समाज में शांति बनाए रखने के लिए काम करते हैं,

इसमें पुलिस समुदाय के साथ मिलकर समस्याओं का समाधान करती है और अपराध को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाती है।

 अपराध को रोकना

समाज में शांति बनाए रखना

समुदाय की सुरक्षा

 अपराधियों को सजा दिलाना

समाज में जागरूकता बढ़ाना

 अपराध दर में कमी

 समाज में विश्वास बढ़ता है,

 पुलिस और समुदाय के बीच संबंध मजबूत होते हैं

समाज में शांति और सुरक्षा बढ़ती है

 अपराधियों को सजा मिलती है

पुलिस प्रशिक्षण संस्था से सब इंस्पेक्टर नेहा चौहान ने बालिकाओं को जानकारी देते हुए बताया, 

सायबर क्राइम इंटरनेट और कंप्यूटर सिस्टम का दुरुपयोग करके किए जाने वाले अपराध हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के अपराध शामिल हैं, जैसे कि:

 हैकिंग किसी कंप्यूटर सिस्टम या नेटवर्क में अनधिकृत पहुंच प्राप्त करना।

फिशिंग ईमेल या मैसेज के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी चोरी करना।

आईडेंटिटी थेफ्ट किसी व्यक्ति की पहचान चोरी करना और उसका दुरुपयोग करना।

ऑनलाइन धोखाधड़ी ऑनलाइन लेनदेन में धोखाधड़ी करना।

साइबर स्टॉकिंग ऑनलाइन किसी व्यक्ति को परेशान करना।

मलवेयर हानिकारक सॉफ्टवेयर का प्रसार करना।

रैंसमवेयर कंप्यूटर डेटा को एनक्रिप्ट करना और फिरौती मांगना।

डेटा चोरी किसी कंपनी या व्यक्ति के डेटा की चोरी।

ऑनलाइन अभद्रता ऑनलाइन किसी व्यक्ति को अभद्र भाषा या व्यवहार का सामना करना।

साइबर टेररिज्म साइबर हमलों का उपयोग करके आतंक फैलाना।

सायबर क्राइम से बचने के लिए

 

मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।

अपने सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अद्यतन रखें।

संदिग्ध ईमेल और लिंक्स पर क्लिक न करें।

अपने डेटा का बैकअप लें।

ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतें।

अपने सिस्टम में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर स्थापित करें।

ऑनलाइन गतिविधियों में सावधानी बरतें।

यदि आप सायबर क्राइम का शिकार हुए हैं, तो:

तुरंत पुलिस को सूचित करें।

अपने बैंक खाते को सुरक्षित करें।

अपने सिस्टम को स्कैन करें।

 अपने डेटा को सुरक्षित करें।

 साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें,

संगिनी ग्रुप से पहुंची ममता सांगते द्वारा बालिकाओं को अपने आप को कैसे बचाना उसको लेकर प्रैक्टिस करवाई,

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