सकारात्मक चिंतन ” 😞😞😞😞😞 सम्मानीय आत्मजन, शुभ दिवस । “मनुष्य जीवन का व्याकरण”padhe.
😊 Please Share This News 😊
|
निःसंदेह, मनुष्य जीवन का व्याकरण अत्यंत दुष्कर है । कुछेक लोग इस व्याकरण को जानकर, समझकर व प्रयोग कर अपनी भूमिका का उत्कृष्ट प्रदर्शन व निर्वहन कर अपने जीवन को सफल व सार्थक बनाने के साथ ही अन्य लोगों के लिए मार्ग दर्शक होते हैं।
मनुष्य जीवन में विचार व कर्म शैली अर्थात जीवन शैली की अभिव्यक्ति किसी भाषायी अभिव्यक्ति की भांति ही होती है।इसकी शुद्ध व त्रुटिरहित अभिव्यक्ति के लिए जीवन के व्याकरण का भलीभांति ज्ञान आवश्यक है।जीवन का व्याकरण जीवन के मार्ग दर्शक सिद्धांतों को बोधगम्यता व व्यवहारिकता प्रदान करने में सहायता करता है।वास्तव में,मनुष्य जीवन मे लौकिक व पारलौकिक सार्थक सफलता के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपनी प्रकृति,प्रवृत्ति,प्रतिभा,
योग्यता,क्षमता व परिस्थितियों के अनुसार जीवन की भाषा (जीवन शैली) की शुद्ध अभिव्यक्तियों का प्रणयन करना होता है।
अवचेतन”भारती”
💐💐💐💐💐
Regards:Iqbal Khan Gauri,Retired District Judge,M.P.
Now:Law adviser and Human duties Activist,Ujjain.
🙏🙏❤️❤️🫂🫂🤝🤝🌹🌹🌹🌹🌹🌹
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |